Apni galti nhi milti : poem

पैर की मोच

और
छोटी सोच,
हमें आगे
बढ़ने नहीं देती ।

टुटी कलम
और
औरो से जलन,
खुद का भाग्य
लिखने नहीं देती ।

काम का आलस
और
पैसो का लालच,
हमें महान
बनने नहीं देता ।

अपना मजहब उंचा
और
गैरो का ओछा,
ये सोच हमें इन्सान
बनने नहीं देती ।

दुनिया में सब चीज
मिल जाती है,....
केवल अपनी गलती
नहीं मिलती.....

0 comments: